राजस्थान के शिक्षा विभाग की एक नई नीति ने विवाद को जन्म दे दिया है। जहां एक ओर राज्यभर के सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत पर विभाग पहले से ही आलोचना झेल रहा है, वहीं अब बालिकाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में भारी कटौती और पुरस्कार के नाम में बदलाव को लेकर नाराज़गी बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक, इंदिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार का नाम बदलकर अब इसे पद्माक्षी पुरस्कार कर दिया गया है। यही नहीं, इस सम्मान के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में 15 रुपए से लेकर 25,000 रुपए तक की कटौती की गई है। इस फैसले को लेकर कई शिक्षक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि यह न सिर्फ छात्राओं का मनोबल गिराता है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में पीछे हटने जैसा कदम है।