जयपुर के प्रतिष्ठित नीरजा मोदी स्कूल में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ।
9 वर्षीय छात्रा अमायरा (कक्षा 4) ने कथित तौर पर स्कूल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्रा को तुरंत मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कैसे हुआ हादसा
घटना शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे की है। स्कूल में लगे CCTV कैमरों में बच्ची का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कुछ सेकंड तक रेलिंग पर बैठी नजर आती है और फिर नीचे कूद जाती है।
वह झाड़ियों में गिरी लेकिन सिर दीवार से टकरा गया। हादसे में उसकी पसलियां टूट गईं और अंदरूनी अंगों को गंभीर चोटें आईं।
डॉक्टरों के अनुसार, पसलियों के टूटने से अंदरूनी ब्लीडिंग और सूजन हुई थी। सिर पर गहरी चोटें थीं और शरीर में हवा भरने से सूजन फैल गई थी।
मां-बाप का बुरा हाल
अमायरा मांसरोवर स्थित द्वारका अपार्टमेंट में अपने परिवार के साथ रहती थी।
उसके पिता विजय देव (LIC कर्मचारी) और मां शिबानी देव (बैंक ऑफ बड़ौदा, चीफ मैनेजर) हैं।
बेटी की मौत की खबर मिलते ही दोनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

मां अस्पताल में बार-बार डॉक्टरों से कहती रहीं —
“मेरी बेटी को कहीं से भी लौटा दो… मुझे मेरी बच्ची को गोद में दे दो।”
वहीं पिता विजय देव स्तब्ध और खामोश बैठे रहे। परिवार के मुताबिक, अमायरा उनकी इकलौती बेटी थी।
परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लगाया बड़ा आरोप
परिजनों ने देर रात स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने घटना के सबूत मिटा दिए, जहां बच्ची गिरी थी वहां से खून के धब्बे साफ कर दिए गए।
“मेरी बच्ची जब स्कूल गई थी, तब पूरी तरह ठीक थी। उसकी मौत संदिग्ध हालात में हुई है। स्कूल प्रबंधन सच छिपा रहा है,”
— पिता विजय देव की FIR में शिकायत।
अभिभावक संघ ने स्कूल पर उठाए सवाल
संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष अरविंद अग्रवाल और प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि
“शिक्षक की प्रताड़ना से आहत होकर छात्रा ने यह कदम उठाया। स्कूल ने सुरक्षा की अनदेखी की और सबूत मिटाकर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की।”
पुलिस जांच में जुटी
मानसरोवर थाना प्रभारी लखन सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए गए हैं और एफएसएल टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं।
परिजनों द्वारा पंचनामा पर हस्ताक्षर करने के बाद देर रात मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया।
पुलिस ने कहा कि फोरेंसिक रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की जांच की जा रही है।
शिक्षा मंत्री का बयान
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख जताया और जांच के आदेश दिए।
“यह बेहद दुखद घटना है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेगा।”
घटना स्थल से मिली जानकारी
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गिरने की ऊंचाई करीब 47 फीट थी।
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छात्रा ग्राउंड फ्लोर पर पढ़ती थी, लेकिन अकेले चौथी मंजिल पर गई थी।
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सीढ़ियों के पास लगे CCTV कैमरों की फुटेज पुलिस खंगाल रही है।
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एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं।
लोगों में आक्रोश
घटना के बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों में गुस्सा है।
परिजनों की एक रिश्तेदार कमलेश देवी ने कहा —
“ऐसे स्कूल जो लाखों फीस लेकर बच्चों की सुरक्षा नहीं कर सकते, उन्हें बंद कर देना चाहिए।”
ताजा स्थिति (2 नवंबर 2025 तक)
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स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
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सीसीटीवी फुटेज बरामद, फोरेंसिक जांच जारी
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शिक्षा विभाग की जांच टीम स्कूल पहुंची, लेकिन प्रबंधन ने सहयोग नहीं किया
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शिक्षा मंत्री ने कार्रवाई के संकेत दिए
